राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (एनआईए) ने दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए विस्फोट के सिलसिले में श्रीनगर से जम्मू-कश्मीर के एक और निवासी को गिरफ्तार किया है। इस विस्फोट में 15 लोगों की मौत हो गई थी और दर्जनों घायल हो गए थे। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। आरोपी की पहचान जसीर बिलाल वानी उर्फ दानिश के रूप में हुई है, जो आत्मघाती हमलावर डॉ. उमर उन नबी के साथ मिलकर काम करता था और कथित तौर पर उसे 'तकनीकी' सहायता भी प्रदान करता था।
एनआईए ने बताया कि लाल किला क्षेत्र में हुए कार बम विस्फोट मामले में अपनी जाँच जारी रखते हुए, राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (एनआईए) ने विस्फोट में शामिल आतंकवादी के एक और प्रमुख सहयोगी को गिरफ्तार किया है। जसीर बिलाल वानी उर्फ दानिश, जो एक अन्य कश्मीर निवासी है, को इस मामले में घाटी में मौजूद एनआईए की एक टीम ने जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर से गिरफ्तार किया।
अधिकारियों ने बताया कि अनंतनाग जिले के काजीगुंड का निवासी वानी इस हमले का सक्रिय सह-षड्यंत्रकारी था। उसने राष्ट्रीय राजधानी में विस्फोट से पहले ड्रोन में बदलाव किए और रॉकेट बनाने का प्रयास किया। एनआईए की जांच से पता चला है कि जसीर ने कथित तौर पर ड्रोन को संशोधित करके और घातक कार बम विस्फोट से पहले रॉकेट बनाने का प्रयास करके आतंकवादी हमले करने के लिए तकनीकी सहायता प्रदान की थी, जिसमें 15 लोग मारे गए और 32 लोग घायल हो गए। आरोपी, जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के काजीगुंड का निवासी है, जो हमले के पीछे एक सक्रिय सह-षड्यंत्रकारी था और उसने आतंकवादी नरसंहार की योजना बनाने के लिए आतंकवादी उमर उन नबी के साथ मिलकर काम किया था।
वहीं, दिल्ली की एक अदालत ने लाल किला विस्फोट के आरोपी आमिर राशिद अली को सोमवार को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की 10 दिन की हिरासत में भेज दिया। आतंकवाद रोधी एजेंसी अंतरराज्यीय ‘‘सफेदपोश’’ आतंकी मॉड्यूल के पीछे की साजिश का पता लगाने की कोशिश कर रही है। दक्षिण कश्मीर के पंपोर निवासी अली को कड़ी सुरक्षा के बीच पटियाला हाउस अदालत परिसर में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अंजू बजाज चांदना की अदालत में पेश किया गया। मीडियाकर्मियों को अदालत परिसर में प्रवेश करने से रोक दिया गया, जिससे कार्यवाही ‘बंद कमरे में’ हुई।