'डिजिटल इनवाइट' के नाम पर महाठगी! .apk शादी कार्ड से बचें, वरना पछताएंगे
नवंबर में शादियों का मौसम शुरू हो चुका है और वेडिंग सीजन काफी लंबा चलेगा। जिन घरों में शादियां हैं, अभी से शादी के गीत, मेहंदी की खुशबू और शादी के निमंत्रण पत्रों की बाढ़ आ जाती है, खासकर व्हाट्सएप पर। लेकिन इन खुशियों के बीच, साइबर अपराधियों ने अनजान लोगों को निशाना बनाने का एक नया तरीका ढूंढ निकाला है। हालिए पुलिस ने अब रेड अलर्ट जारी कर किया है। अगर आपको कोई डिजिटल शादी का कार्ड मिले जिसके आखिर में '.apk' हो, तो उसे भूलकर भी न ओपन करें, एक टैप से आपका पूरा बैंक अकाउंट खाली हो सकता है। पिछले 15 दिनों में ही दिल्ली-एनसीआर में 87 लोगों को ठगा गया है और उन्हें करीब 3.8 करोड़ रुपये का चूना लगा है। इस समय ज्यादातर घटनाएं उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश से सामने आई हैं, जहां शादी का मौसम जोरों पर है।यह स्कैम कैसे काम करता हैठगाई करने वाले स्कैमर्स नकली शादी के निमंत्रण डिजाइन करते हैं जो बिल्कुल असली लगते हैं — दूल्हा-दुल्हन के नाम, फूलों के बॉर्डर, खूबसूरत फॉन्ट और यहां तक कि सुनहरे रंग की बारीकियां भी। हालांकि, किसी सामान्य पीडीएफ या इमेज फाइल की बजाय, अटैचमेंट के अंत में '.apk' लिखा होता है, जो एक एंड्रॉइड मैलवेयर फाइल है।नकली निमंत्रण कार्ड पर क्लिक करने के बाद क्या होता है? नकली निमंत्रण कार्ड एक बार खोलने पर, एक नकली 'वेडिंग ब्लेसिंग ऐप' इंस्टॉल होना शुरू हो जाता है, जबकि यह वायरस पीछे से चुपचाप आपके SMS, बैंकिंग ऐप, यूपीआई पिन और गूगल पे या फोनपे जैसे डिजिटल वॉलेट तक पहुंच प्राप्त कर लेता है। कुछ ही मिनटों में, स्कैमर्स आपके खाते से आपकी मेहनत की कमाई को ट्रांसफर कर देंगे।सावधानी बरतने की जरुरत है पुलिस ने लोगों से सतर्क रहने और संदिग्ध लिंक या फाइलें खोलने से बचने का आग्रह किया है। एक लापरवाही भरा क्लिक आपकी खुशियों को आर्थिक संकट में बदल सकता है। इसलिए 'डिजिटल वेडिंग इनवाइट' पर क्लिक करने से पहले अच्छी तरह जांच-पड़ताल कर लें।
नवंबर में शादियों का मौसम शुरू हो चुका है और वेडिंग सीजन काफी लंबा चलेगा। जिन घरों में शादियां हैं, अभी से शादी के गीत, मेहंदी की खुशबू और शादी के निमंत्रण पत्रों की बाढ़ आ जाती है, खासकर व्हाट्सएप पर। लेकिन इन खुशियों के बीच, साइबर अपराधियों ने अनजान लोगों को निशाना बनाने का एक नया तरीका ढूंढ निकाला है। हालिए पुलिस ने अब रेड अलर्ट जारी कर किया है। अगर आपको कोई डिजिटल शादी का कार्ड मिले जिसके आखिर में '.apk' हो, तो उसे भूलकर भी न ओपन करें, एक टैप से आपका पूरा बैंक अकाउंट खाली हो सकता है। पिछले 15 दिनों में ही दिल्ली-एनसीआर में 87 लोगों को ठगा गया है और उन्हें करीब 3.8 करोड़ रुपये का चूना लगा है। इस समय ज्यादातर घटनाएं उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश से सामने आई हैं, जहां शादी का मौसम जोरों पर है।
यह स्कैम कैसे काम करता है
ठगाई करने वाले स्कैमर्स नकली शादी के निमंत्रण डिजाइन करते हैं जो बिल्कुल असली लगते हैं — दूल्हा-दुल्हन के नाम, फूलों के बॉर्डर, खूबसूरत फॉन्ट और यहां तक कि सुनहरे रंग की बारीकियां भी। हालांकि, किसी सामान्य पीडीएफ या इमेज फाइल की बजाय, अटैचमेंट के अंत में '.apk' लिखा होता है, जो एक एंड्रॉइड मैलवेयर फाइल है।
नकली निमंत्रण कार्ड पर क्लिक करने के बाद क्या होता है?
नकली निमंत्रण कार्ड एक बार खोलने पर, एक नकली 'वेडिंग ब्लेसिंग ऐप' इंस्टॉल होना शुरू हो जाता है, जबकि यह वायरस पीछे से चुपचाप आपके SMS, बैंकिंग ऐप, यूपीआई पिन और गूगल पे या फोनपे जैसे डिजिटल वॉलेट तक पहुंच प्राप्त कर लेता है। कुछ ही मिनटों में, स्कैमर्स आपके खाते से आपकी मेहनत की कमाई को ट्रांसफर कर देंगे।
सावधानी बरतने की जरुरत है
पुलिस ने लोगों से सतर्क रहने और संदिग्ध लिंक या फाइलें खोलने से बचने का आग्रह किया है। एक लापरवाही भरा क्लिक आपकी खुशियों को आर्थिक संकट में बदल सकता है। इसलिए 'डिजिटल वेडिंग इनवाइट' पर क्लिक करने से पहले अच्छी तरह जांच-पड़ताल कर लें।



