पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ बोले- सनातन धर्म ने "वसुधैव-कुटुंबकम्" का संदेश दिया:'उम्मीद 2025' टॉक शो में मेजर जनरल माथुर ने कहा- शक्ति का प्रयोग केवल रक्षा के लिए
ओपन फॉर स्माइल ऑलवेज (OSA) द्वारा रविवार को जयपुर में 'उम्मीद 2025' टॉक शो का आयोजन किया गया। 'सनातन-शक्ति से शांति' विषय पर आयोजित इस कार्यक्रम में प्रख्यात पत्रकार पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ और मेजर जनरल अनुज माथुर मुख्य वक्ता रहे। यह आयोजन सामाजिक उत्थान, युवा सशक्तिकरण और सांस्कृतिक जागरण के उद्देश्य से कार्यरत संस्था OSA के वार्षिक सामाजिक उत्सव के तहत किया गया। राष्ट्रवादी विचारक और पत्रकार पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने सनातन धर्म पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने बताया कि सनातन कोई मत या पंथ नहीं, बल्कि जीवन जीने की शाश्वत पद्धति है, जो सत्य, करुणा और कर्तव्य के मार्ग पर मानवता को चलना सिखाती है। धर्म ने सदैव "वसुधैव कुटुंबकम्" का संदेश दिया कुलश्रेष्ठ ने कहा कि सनातन धर्म ने सदैव "वसुधैव कुटुंबकम्" का संदेश दिया है, जिसमें समस्त जगत को एक परिवार के रूप में देखा जाता है। उन्होंने जोर दिया कि सनातन ही भारत की आत्मा है और इस आत्मा की रक्षा प्रत्येक नागरिक का धर्म है। ओपन माइक सेशन में दूसरे मुख्य वक्ता के रूप में भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारी एवं रणनीतिक विश्लेषक मेजर जनरल अनुज माथुर ने अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि सच्ची शक्ति अनुशासन और आत्मनियंत्रण से जन्म लेती है। शक्ति का प्रयोग केवल रक्षा के लिए मेजर जनरल माथुर ने सेना का उदाहरण देते हुए बताया कि शक्ति का प्रयोग केवल रक्षा के लिए होता है, आक्रमण के लिए नहीं। उन्होंने कहा कि जब शक्ति, धर्म, कर्तव्य और करुणा के साथ जुड़ती है, तभी शांति की स्थापना होती है। उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' का उदाहरण देते हुए स्पष्ट किया कि भारतीय सेना पहले आक्रमण करने की विचारधारा पर नहीं चलती, बल्कि प्रतिक्रिया देने पर पूरे जोर के साथ कार्रवाई करती है। कार्यक्रम के आयोजक और OSA के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंजीनियर अर्जुन सक्सेना ने बताया कि इस वर्ष का वार्षिक कार्यक्रम उनके पिता स्वर्गीय योगेंद्र प्रसाद सक्सेना को समर्पित रहा। उन्होंने अपने जीवनकाल में वायुसेना में रहकर देश सेवा की और उनके वचन थे की सनातन शक्ति केवल बाहरी पराक्रम नही है ,वह एक आंतरिक आत्मबल है जो हमें धैर्य करूणा और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथी के तौर पर राजस्थान वित्त आयोग के अध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी थे, इसी के साथ कांग्रेस नेता राजीव अरोड़ा प्रमुख समाज सेवी डॉ आदित्य नाग सहित सरदार जसबीर सिंह ने भी शिरकत की। वही देश में वंदेमातरम के 150 वर्ष पुर्ण होने पर वंदेमातरम गाकर कार्यक्रम का समापन किया गया।
ओपन फॉर स्माइल ऑलवेज (OSA) द्वारा रविवार को जयपुर में 'उम्मीद 2025' टॉक शो का आयोजन किया गया। 'सनातन-शक्ति से शांति' विषय पर आयोजित इस कार्यक्रम में प्रख्यात पत्रकार पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ और मेजर जनरल अनुज माथुर मुख्य वक्ता रहे। यह आयोजन सामाजिक उत्थान, युवा सशक्तिकरण और सांस्कृतिक जागरण के उद्देश्य से कार्यरत संस्था OSA के वार्षिक सामाजिक उत्सव के तहत किया गया। राष्ट्रवादी विचारक और पत्रकार पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने सनातन धर्म पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने बताया कि सनातन कोई मत या पंथ नहीं, बल्कि जीवन जीने की शाश्वत पद्धति है, जो सत्य, करुणा और कर्तव्य के मार्ग पर मानवता को चलना सिखाती है। धर्म ने सदैव "वसुधैव कुटुंबकम्" का संदेश दिया कुलश्रेष्ठ ने कहा कि सनातन धर्म ने सदैव "वसुधैव कुटुंबकम्" का संदेश दिया है, जिसमें समस्त जगत को एक परिवार के रूप में देखा जाता है। उन्होंने जोर दिया कि सनातन ही भारत की आत्मा है और इस आत्मा की रक्षा प्रत्येक नागरिक का धर्म है। ओपन माइक सेशन में दूसरे मुख्य वक्ता के रूप में भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारी एवं रणनीतिक विश्लेषक मेजर जनरल अनुज माथुर ने अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि सच्ची शक्ति अनुशासन और आत्मनियंत्रण से जन्म लेती है। शक्ति का प्रयोग केवल रक्षा के लिए मेजर जनरल माथुर ने सेना का उदाहरण देते हुए बताया कि शक्ति का प्रयोग केवल रक्षा के लिए होता है, आक्रमण के लिए नहीं। उन्होंने कहा कि जब शक्ति, धर्म, कर्तव्य और करुणा के साथ जुड़ती है, तभी शांति की स्थापना होती है। उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' का उदाहरण देते हुए स्पष्ट किया कि भारतीय सेना पहले आक्रमण करने की विचारधारा पर नहीं चलती, बल्कि प्रतिक्रिया देने पर पूरे जोर के साथ कार्रवाई करती है। कार्यक्रम के आयोजक और OSA के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंजीनियर अर्जुन सक्सेना ने बताया कि इस वर्ष का वार्षिक कार्यक्रम उनके पिता स्वर्गीय योगेंद्र प्रसाद सक्सेना को समर्पित रहा। उन्होंने अपने जीवनकाल में वायुसेना में रहकर देश सेवा की और उनके वचन थे की सनातन शक्ति केवल बाहरी पराक्रम नही है ,वह एक आंतरिक आत्मबल है जो हमें धैर्य करूणा और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथी के तौर पर राजस्थान वित्त आयोग के अध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी थे, इसी के साथ कांग्रेस नेता राजीव अरोड़ा प्रमुख समाज सेवी डॉ आदित्य नाग सहित सरदार जसबीर सिंह ने भी शिरकत की। वही देश में वंदेमातरम के 150 वर्ष पुर्ण होने पर वंदेमातरम गाकर कार्यक्रम का समापन किया गया।