नामांकन के पहले दिन नहीं दाखिल हुआ कोई पर्चा:प्रशासन ने मतदाता जागरूकता और सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की, 66% मतदान का लक्ष्य तय
बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, लेकिन पहले दिन किसी भी उम्मीदवार ने नामांकन दाखिल नहीं किया। इस बीच जिला प्रशासन ने मतदाता जागरूकता बढ़ाने के लिए कई गतिविधियों की रूपरेखा तैयार की है। इसी क्रम में तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी-सह-जिला निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. और वरीय पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय के. शर्मा ने समीक्षा बैठक की। इस दौरान दोनों अधिकारियों ने चुनाव संबंधी सभी कोषांगों की समीक्षा करते हुए पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन हर स्तर पर सुनिश्चित किया जाए। आयोग के नियमों का सख्ती से पालन करने का दिया निर्देश जिलाधिकारी ने कहा कि आयोग द्वारा 6 अक्टूबर 2025 को प्रेस नोट जारी होने के साथ ही आदर्श आचार संहिता पूरे पटना जिले में लागू हो गई है, जो 16 नवंबर 2025 तक प्रभावी रहेगी। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों, अभ्यर्थियों, सरकारी पदाधिकारियों और आम जनता से अपील की कि वे आयोग द्वारा निर्धारित नियमों और "क्या करें, क्या न करें" का सख्ती से पालन करें। आचार संहिता उल्लंघन, संपत्ति विरूपण, रिश्वत या धमकी देने जैसे कार्यों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं मतदान से 48 घंटे पहले प्रचार पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। प्रशासन की तैयारी जिलाधिकारी ने बताया कि 6 नवंबर को पटना जिले के सभी 14 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा, जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी। चुनाव की तैयारी के लिए 21 कोषांग बनाए गए हैं, जो लगातार सक्रिय हैं। उन्होंने बताया कि जिले में 5,665 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जो 2,981 मतदान केंद्र स्थलों पर स्थित हैं। चुनाव में लगभग 40,000 कर्मियों की आवश्यकता होगी, जिनकी तैनाती और प्रशिक्षण की प्रक्रिया जारी है। करीब 648 मास्टर ट्रेनर्स द्वारा 40 से 45 हजार कर्मियों को कई फेज में प्रशिक्षित किया जा रहा है। सभी मतदान कर्मियों, माइक्रो ऑब्जर्वर और सेक्टर पदाधिकारियों का डाटाबेस तैयार कर ऑनलाइन पोर्टल में दर्ज किया गया है। किसी भी प्रकार की लापरवाही या अनियमितता पर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 32 के तहत कार्रवाई की जाएगी। कानून-व्यवस्था और सुरक्षा प्रबंधन जिलाधिकारी ने कहा कि चुनाव के दौरान शांति भंग करने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अपराधियों, भू-माफिया, शराब माफिया, बालू माफिया और असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। निरोधात्मक कार्रवाई के तहत संबंधित धाराओं (सीसीए-3, सीसीए-12, 126, 129, 135) के तहत लगातार कार्रवाई की जा रही है। पुलिस को थानों में कैम्प कोर्ट लगाकर उपद्रवी तत्वों से बांड भरवाने का निर्देश दिया गया है। 32 नाका/चेकपोस्ट पर अवैध शराब, मादक पदार्थ, नकली करेंसी और अवैध धन के लेन-देन पर सख्त निगरानी रखी जा रही है। निगरानी के लिए 24x7 कंट्रोल टीम सक्रिय 49 फ्लाइंग स्क्वॉड (FS), 183 स्टैटिक सर्विलांस टीम (SST), 42 वीडियो सर्विलांस टीम (VST) और 42 वीडियो व्यूइंग टीम (VVT) लगातार जिले भर में निगरानी रख रही हैं। मिशन 60 अभियान और मतदाता जागरूकता जिलाधिकारी ने कहा कि इस बार पटना जिला प्रशासन का लक्ष्य 66% मतदान प्रतिशत हासिल करना है। इसके लिए “मिशन 60” अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के कम मतदान वाले 60 मतदान केंद्रों पर विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। स्वीप कोषांग और उससे जुड़े 20 विभागों को निर्देश दिया गया है कि गाँव-गाँव जाकर मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करें, युवा और महिला मतदाताओं को जोड़ें, शहरी इलाकों में मतदान के प्रति जागरूकता बढ़ाएँ। जागरूकता अभियान में रंगोली, पोस्टर, बैनर, स्लोगन, सोशल मीडिया, चैटबॉट, ऐप और सेल्फी पॉइंट्स जैसे पारंपरिक और आधुनिक तरीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने बताया कि पटना जिला प्रशासन के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर करीब 2 लाख फॉलोअर्स हैं, जिनके माध्यम से लगातार मतदाता शिक्षा अभियान चलाया जा रहा है।
बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, लेकिन पहले दिन किसी भी उम्मीदवार ने नामांकन दाखिल नहीं किया। इस बीच जिला प्रशासन ने मतदाता जागरूकता बढ़ाने के लिए कई गतिविधियों की रूपरेखा तैयार की है। इसी क्रम में तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी-सह-जिला निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. और वरीय पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय के. शर्मा ने समीक्षा बैठक की। इस दौरान दोनों अधिकारियों ने चुनाव संबंधी सभी कोषांगों की समीक्षा करते हुए पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन हर स्तर पर सुनिश्चित किया जाए। आयोग के नियमों का सख्ती से पालन करने का दिया निर्देश जिलाधिकारी ने कहा कि आयोग द्वारा 6 अक्टूबर 2025 को प्रेस नोट जारी होने के साथ ही आदर्श आचार संहिता पूरे पटना जिले में लागू हो गई है, जो 16 नवंबर 2025 तक प्रभावी रहेगी। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों, अभ्यर्थियों, सरकारी पदाधिकारियों और आम जनता से अपील की कि वे आयोग द्वारा निर्धारित नियमों और "क्या करें, क्या न करें" का सख्ती से पालन करें। आचार संहिता उल्लंघन, संपत्ति विरूपण, रिश्वत या धमकी देने जैसे कार्यों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं मतदान से 48 घंटे पहले प्रचार पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। प्रशासन की तैयारी जिलाधिकारी ने बताया कि 6 नवंबर को पटना जिले के सभी 14 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा, जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी। चुनाव की तैयारी के लिए 21 कोषांग बनाए गए हैं, जो लगातार सक्रिय हैं। उन्होंने बताया कि जिले में 5,665 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जो 2,981 मतदान केंद्र स्थलों पर स्थित हैं। चुनाव में लगभग 40,000 कर्मियों की आवश्यकता होगी, जिनकी तैनाती और प्रशिक्षण की प्रक्रिया जारी है। करीब 648 मास्टर ट्रेनर्स द्वारा 40 से 45 हजार कर्मियों को कई फेज में प्रशिक्षित किया जा रहा है। सभी मतदान कर्मियों, माइक्रो ऑब्जर्वर और सेक्टर पदाधिकारियों का डाटाबेस तैयार कर ऑनलाइन पोर्टल में दर्ज किया गया है। किसी भी प्रकार की लापरवाही या अनियमितता पर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 32 के तहत कार्रवाई की जाएगी। कानून-व्यवस्था और सुरक्षा प्रबंधन जिलाधिकारी ने कहा कि चुनाव के दौरान शांति भंग करने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अपराधियों, भू-माफिया, शराब माफिया, बालू माफिया और असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। निरोधात्मक कार्रवाई के तहत संबंधित धाराओं (सीसीए-3, सीसीए-12, 126, 129, 135) के तहत लगातार कार्रवाई की जा रही है। पुलिस को थानों में कैम्प कोर्ट लगाकर उपद्रवी तत्वों से बांड भरवाने का निर्देश दिया गया है। 32 नाका/चेकपोस्ट पर अवैध शराब, मादक पदार्थ, नकली करेंसी और अवैध धन के लेन-देन पर सख्त निगरानी रखी जा रही है। निगरानी के लिए 24x7 कंट्रोल टीम सक्रिय 49 फ्लाइंग स्क्वॉड (FS), 183 स्टैटिक सर्विलांस टीम (SST), 42 वीडियो सर्विलांस टीम (VST) और 42 वीडियो व्यूइंग टीम (VVT) लगातार जिले भर में निगरानी रख रही हैं। मिशन 60 अभियान और मतदाता जागरूकता जिलाधिकारी ने कहा कि इस बार पटना जिला प्रशासन का लक्ष्य 66% मतदान प्रतिशत हासिल करना है। इसके लिए “मिशन 60” अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के कम मतदान वाले 60 मतदान केंद्रों पर विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। स्वीप कोषांग और उससे जुड़े 20 विभागों को निर्देश दिया गया है कि गाँव-गाँव जाकर मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करें, युवा और महिला मतदाताओं को जोड़ें, शहरी इलाकों में मतदान के प्रति जागरूकता बढ़ाएँ। जागरूकता अभियान में रंगोली, पोस्टर, बैनर, स्लोगन, सोशल मीडिया, चैटबॉट, ऐप और सेल्फी पॉइंट्स जैसे पारंपरिक और आधुनिक तरीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने बताया कि पटना जिला प्रशासन के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर करीब 2 लाख फॉलोअर्स हैं, जिनके माध्यम से लगातार मतदाता शिक्षा अभियान चलाया जा रहा है।