500 डॉलर के ड्रोन से हजार करोड़ का लड़ाकू विमान उड़ाया, 20 साल पुराने सॉफ्टवेयर के ओपन-सोर्स कोड का जेलेंस्की ने किया सबसे घातक इस्तेमाल

यूक्रेन के ऑपरेशन स्पाइडर वेब ने रूस को हिलाकर रख दिया है। ऑपरेशन स्पाइडर वेब के जरिए दुनिया ने क्या युद्ध का नया इतिहास देख लिया है? नया वर्तमान जरूर देखा और वो वर्तमान ड्रोन का है। ड्रोन भविष्य नहीं बल्कि वर्तमान हो चुका है। इसका समय आ गया है और हमारे सामने है। यूक्रेन ने ड्रोन के इस हमले से ड्रोन को लेकर सारी समझ बदल दी है। अगर आपके पास टीयू-95, जेएफ 17 या एफ 16 जैसे लड़ाकू विमान नहीं हैं तब भी आप ड्रोन से इनका मुकाबला कर सकते हैं। पांच सौ से लेकर हजार डॉलर का एक ड्रोन हजार करोड़ के लड़ाकू विमान को नष्ट कर सकता है। यूक्रेन के ड्रोन अटैक ने सीमाओं की सुरक्षा को भी भेद दिया है। सस्ते ड्रोन की मदद से दूसरे देश की सीमा आसानी से पार की जा सकती है। इसे भी पढ़ें: Make in India को नई उड़ान, पहली बार फ्रांस से बाहर TATA और डसॉल्ट बनाएंगे राफेल विमान 20 साल पुराने सॉफ्टवेयर का इस्तेमालबीच यह खुलासा हुआ है कि शौकिया ड्रोन द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले ओपन-सोर्स सॉफ़्टवेयर ने हमले को संचालित किया जिसने रूस के रणनीतिक लंबी दूरी के बमवर्षकों में से एक तिहाई को नष्ट कर दिया। दोपहर को हुआ यह हमला आधुनिक युद्ध में सबसे साहसी और तकनीकी रूप से समन्वित हमलों में से एक माना जाता है। इस ऑपरेशन की खास बात यह है कि इसमें किसी लेटेस्ट या महंगे मिलिट्री सॉफ्टवेयर का नहीं, बल्कि लगभग 20 साल पुराने एक ओपन-सोर्स ऑटोपायलट सिस्टम ArduPilot का इस्तेमाल किया गया। इसे भी पढ़ें: Operation Spiderweb का वीडियो देख पुतिन का फूटा गुस्सा, रुस के भीतर कैसे मच्छर जैसे भिनभिनाने लगे बारूदी ड्रोनउड़ने वाले रोबोट बनाना चाहता थाArduPilot के मूल निर्माता ने इस मामले पर आश्चर्य व्यक्त किया है। उन्होंने याद करते हुए कि कैसे ड्रोन कंपनी की शुरुआत एक तहखाने से हुई थी। क्रिस एंडरसन ने लिंक्डइन पर हमले के फुटेज पर कमेंट करते हुए कहा कि 18 साल पहले मेरे तहखाने से लॉन्च किया गया था। एंडरसन ने कहा कि मैं एक लाख साल में भी इस परिणाम की भविष्यवाणी नहीं कर सकता था। मैं बस उड़ने वाले रोबोट बनाना चाहता था।ऑपरेशन की खास बातें ArduPilot सॉफ्टवेयर से ड्रोन को ऑटोनॉमस तरीके से कंट्रोल किया गया। स्टारलिंक जैसे सैटेलाइट सिस्टम्स की जगह लोकल मोबाइल नेटवर्क और बेसिक हार्डवेयर (जैसे Raspberry Pi) का इस्तेमाल किया गया। ऑपरेशन की प्लानिंग 18 महीने पहले से की गई थी। इसे तीन टाइम जोन्स में एक साथ अंजाम दिया गया। पुतिन पर भारी पड़े जेलेंस्की यूक्रेन इस हमले से बहुत सारी आशंकाओं को जन्म दे रहा है और बहुत सारी धाराणाओं को ध्वस्त भी कर रहा है। घुड़सवारी कर, जिम जाकर, कुत्ते के साथ दिखकर, तैराकी करते हुए हर समय अपने आप को सत्ता के शिखर पर दिखाने के लिए लाइमलाइट बटोरनी की कोई कसर नहीं छोड़ी गई। इतने बड़े रूस में केवल पुतिन ही पुतिन दिखाई देते हैं। पुतिन ने रूस के लिए किसी देश की बात नहीं मानी। उनमें इतनी शक्ति थी कि नाटो से लेकर अमेरिका सबसे भिड़ गए। अमेरिकी प्रतिबंधों को बेपरवाह झेलते रहे। लेकिन यूक्रेन पर हमला नहीं रोका। लेकिन साधारण सी टी शर्ट और ढीले ढाले पैंट पहने जेलेंस्की ने मजबूत दिखने वाले नेता को भी सकते में डाल दिया है।  Stay updated with Latest International News in Hindi on Prabhasakshi  

Jun 5, 2025 - 21:40
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500 डॉलर के ड्रोन से हजार करोड़ का लड़ाकू विमान उड़ाया, 20 साल पुराने सॉफ्टवेयर के ओपन-सोर्स कोड का जेलेंस्की ने किया सबसे घातक इस्तेमाल

यूक्रेन के ऑपरेशन स्पाइडर वेब ने रूस को हिलाकर रख दिया है। ऑपरेशन स्पाइडर वेब के जरिए दुनिया ने क्या युद्ध का नया इतिहास देख लिया है? नया वर्तमान जरूर देखा और वो वर्तमान ड्रोन का है। ड्रोन भविष्य नहीं बल्कि वर्तमान हो चुका है। इसका समय आ गया है और हमारे सामने है। यूक्रेन ने ड्रोन के इस हमले से ड्रोन को लेकर सारी समझ बदल दी है। अगर आपके पास टीयू-95, जेएफ 17 या एफ 16 जैसे लड़ाकू विमान नहीं हैं तब भी आप ड्रोन से इनका मुकाबला कर सकते हैं। पांच सौ से लेकर हजार डॉलर का एक ड्रोन हजार करोड़ के लड़ाकू विमान को नष्ट कर सकता है। यूक्रेन के ड्रोन अटैक ने सीमाओं की सुरक्षा को भी भेद दिया है। सस्ते ड्रोन की मदद से दूसरे देश की सीमा आसानी से पार की जा सकती है। 

इसे भी पढ़ें: Make in India को नई उड़ान, पहली बार फ्रांस से बाहर TATA और डसॉल्ट बनाएंगे राफेल विमान

 20 साल पुराने सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल

बीच यह खुलासा हुआ है कि शौकिया ड्रोन द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले ओपन-सोर्स सॉफ़्टवेयर ने हमले को संचालित किया जिसने रूस के रणनीतिक लंबी दूरी के बमवर्षकों में से एक तिहाई को नष्ट कर दिया। दोपहर को हुआ यह हमला आधुनिक युद्ध में सबसे साहसी और तकनीकी रूप से समन्वित हमलों में से एक माना जाता है। इस ऑपरेशन की खास बात यह है कि इसमें किसी लेटेस्ट या महंगे मिलिट्री सॉफ्टवेयर का नहीं, बल्कि लगभग 20 साल पुराने एक ओपन-सोर्स ऑटोपायलट सिस्टम ArduPilot का इस्तेमाल किया गया। 

इसे भी पढ़ें: Operation Spiderweb का वीडियो देख पुतिन का फूटा गुस्सा, रुस के भीतर कैसे मच्छर जैसे भिनभिनाने लगे बारूदी ड्रोन

उड़ने वाले रोबोट बनाना चाहता था

ArduPilot के मूल निर्माता ने इस मामले पर आश्चर्य व्यक्त किया है। उन्होंने याद करते हुए कि कैसे ड्रोन कंपनी की शुरुआत एक तहखाने से हुई थी। क्रिस एंडरसन ने लिंक्डइन पर हमले के फुटेज पर कमेंट करते हुए कहा कि 18 साल पहले मेरे तहखाने से लॉन्च किया गया था। एंडरसन ने कहा कि मैं एक लाख साल में भी इस परिणाम की भविष्यवाणी नहीं कर सकता था। मैं बस उड़ने वाले रोबोट बनाना चाहता था।

ऑपरेशन की खास बातें 

ArduPilot सॉफ्टवेयर से ड्रोन को ऑटोनॉमस तरीके से कंट्रोल किया गया। 

स्टारलिंक जैसे सैटेलाइट सिस्टम्स की जगह लोकल मोबाइल नेटवर्क और बेसिक हार्डवेयर (जैसे Raspberry Pi) का इस्तेमाल किया गया। 

ऑपरेशन की प्लानिंग 18 महीने पहले से की गई थी। 

इसे तीन टाइम जोन्स में एक साथ अंजाम दिया गया। 

पुतिन पर भारी पड़े जेलेंस्की 

यूक्रेन इस हमले से बहुत सारी आशंकाओं को जन्म दे रहा है और बहुत सारी धाराणाओं को ध्वस्त भी कर रहा है। घुड़सवारी कर, जिम जाकर, कुत्ते के साथ दिखकर, तैराकी करते हुए हर समय अपने आप को सत्ता के शिखर पर दिखाने के लिए लाइमलाइट बटोरनी की कोई कसर नहीं छोड़ी गई। इतने बड़े रूस में केवल पुतिन ही पुतिन दिखाई देते हैं। पुतिन ने रूस के लिए किसी देश की बात नहीं मानी। उनमें इतनी शक्ति थी कि नाटो से लेकर अमेरिका सबसे भिड़ गए। अमेरिकी प्रतिबंधों को बेपरवाह झेलते रहे। लेकिन यूक्रेन पर हमला नहीं रोका। लेकिन साधारण सी टी शर्ट और ढीले ढाले पैंट पहने जेलेंस्की ने मजबूत दिखने वाले नेता को भी सकते में डाल दिया है।  

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