सीसीए के तहत 17 बदमाशों को किया गया थाना बदर:चुनाव को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष करना लक्ष्य, अब दूसरे थाने में लगानी होगी हाजिरी
बिहार विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण और भयमुक्त माहौल में संपन्न कराने के लिए नालंदा जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। डीएम कुंदन कुमार ने बिहार अपराध नियंत्रण अधिनियम के तहत जिले के 17 चिह्नित अभियुक्तों को थाना बदर कर दिया है। इन सभी लोगों को अब अपने गृह थाने को छोड़कर दूसरे निर्धारित थानों में नियमित रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी। यह कार्रवाई उन लोगों पर की गई है, जिनसे चुनाव के दौरान शांति व्यवस्था भंग होने की आशंका है। जिला दंडाधिकारी के न्यायालय में हुई सुनवाई के बाद इन सभी 17 अभियुक्तों पर सीसीए की धारा-3 के तहत यह आदेश पारित किया गया। इन थाना क्षेत्रों के है अभियुक्त जिन अभियुक्तों को थाना बदर किया गया है, वे जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों के रहने वाले हैं। इसमें गिरियक थाना क्षेत्र के घोसरावां निवासी सुमित कुमार उर्फ डिंपल, निचली बाजार के जितेंद्र यादव उर्फ जीतू, रूपा यादव, बैजू यादव उर्फ बीजो और अजय यादव उर्फ आजो शामिल हैं। इसी तरह, एकंगरसराय थाना क्षेत्र के चम्हेड़ा निवासी लक्ष्मण रजक, जानकी बिगहा के किशोरी प्रसाद यादव, इस्लामपुर रोड के अमित कुमार, मिल्कीपर के दिलीप कुमार उर्फ दिल्ली और शिवदत्त बिगहा के चंदन कुमार को भी थाना बदर किया गया है। विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण कराना लक्ष्य यह कार्रवाई बिंद थाना क्षेत्र के बरहोग निवासी बब्लू प्रसाद और रंजन कुमार, राजगीर के धर्मशाला रोड निवासी सुनील कुमार उर्फ बाबा, करायपरसुराय के चौकी हुड़ारी निवासी बैजू कुमार और औंगारी थाना के गोमहर निवासी प्रदीप कुमार पर भी की गई है। प्रशासन का यह कदम आगामी विधानसभा चुनाव में किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधि या मतदाताओं को डराने-धमाने जैसी घटनाओं को रोकने के लिए एक पूर्व-नियोजित उपाय है। इसका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी मतदाता बिना किसी डर और दबाव के अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें। जानिए क्यों की गई है कार्रवाई प्रशासन का यह कदम आगामी विधानसभा चुनाव में किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधि या मतदाताओं को डराने-धमकाने जैसी घटनाओं को रोकने के लिए एक पूर्व-नियोजित उपाय है। इसका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी मतदाता बिना किसी डर और दबाव के अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें। जिला प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि चुनाव प्रक्रिया में बाधा डालने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बिहार विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण और भयमुक्त माहौल में संपन्न कराने के लिए नालंदा जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। डीएम कुंदन कुमार ने बिहार अपराध नियंत्रण अधिनियम के तहत जिले के 17 चिह्नित अभियुक्तों को थाना बदर कर दिया है। इन सभी लोगों को अब अपने गृह थाने को छोड़कर दूसरे निर्धारित थानों में नियमित रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी। यह कार्रवाई उन लोगों पर की गई है, जिनसे चुनाव के दौरान शांति व्यवस्था भंग होने की आशंका है। जिला दंडाधिकारी के न्यायालय में हुई सुनवाई के बाद इन सभी 17 अभियुक्तों पर सीसीए की धारा-3 के तहत यह आदेश पारित किया गया। इन थाना क्षेत्रों के है अभियुक्त जिन अभियुक्तों को थाना बदर किया गया है, वे जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों के रहने वाले हैं। इसमें गिरियक थाना क्षेत्र के घोसरावां निवासी सुमित कुमार उर्फ डिंपल, निचली बाजार के जितेंद्र यादव उर्फ जीतू, रूपा यादव, बैजू यादव उर्फ बीजो और अजय यादव उर्फ आजो शामिल हैं। इसी तरह, एकंगरसराय थाना क्षेत्र के चम्हेड़ा निवासी लक्ष्मण रजक, जानकी बिगहा के किशोरी प्रसाद यादव, इस्लामपुर रोड के अमित कुमार, मिल्कीपर के दिलीप कुमार उर्फ दिल्ली और शिवदत्त बिगहा के चंदन कुमार को भी थाना बदर किया गया है। विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण कराना लक्ष्य यह कार्रवाई बिंद थाना क्षेत्र के बरहोग निवासी बब्लू प्रसाद और रंजन कुमार, राजगीर के धर्मशाला रोड निवासी सुनील कुमार उर्फ बाबा, करायपरसुराय के चौकी हुड़ारी निवासी बैजू कुमार और औंगारी थाना के गोमहर निवासी प्रदीप कुमार पर भी की गई है। प्रशासन का यह कदम आगामी विधानसभा चुनाव में किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधि या मतदाताओं को डराने-धमाने जैसी घटनाओं को रोकने के लिए एक पूर्व-नियोजित उपाय है। इसका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी मतदाता बिना किसी डर और दबाव के अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें। जानिए क्यों की गई है कार्रवाई प्रशासन का यह कदम आगामी विधानसभा चुनाव में किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधि या मतदाताओं को डराने-धमकाने जैसी घटनाओं को रोकने के लिए एक पूर्व-नियोजित उपाय है। इसका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी मतदाता बिना किसी डर और दबाव के अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें। जिला प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि चुनाव प्रक्रिया में बाधा डालने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।