सन्हौला में बारिश से धान की फसल बर्बाद:पोठिया, भूड़िया महियामा सहित कई गांवों में खेत जलमग्न

भागलपुर के सन्हौला प्रखंड में लगातार दो दिनों से हो रही बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। पोठिया, भूड़िया महियामा, कमालपुर, श्रीचक और परियक जैसे कई गांवों में धान की फसल पर संकट गहरा गया है, क्योंकि खेतों में पानी भरने से फसलें बर्बाद होने लगी हैं। इन गांवों के खेतों में पानी भर जाने से किसानों की मेहनत बर्बाद हो रही है। खड़ी फसल के साथ-साथ कटाई के बाद खेतों में रखे धान के गट्ठर भी लगातार बारिश से भींगकर खराब हो रहे हैं। किसानों का कहना है कि यदि बारिश जारी रही तो अधिकांश धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो जाएगी। जिन किसानों ने कटाई कर ली थी, उनकी फसलें खेतों में पड़े-पड़े सड़ने लगी हैं। किसान मोहम्मद खुर्शीद आलम ने बताया कि उनका पूरा परिवार खेती पर निर्भर है। उन्होंने कहा, "लगातार बारिश ने हमारी मेहनत पर पानी फेर दिया है। मेरे लगभग चार बीघा खेत में लगी धान की फसल अब बर्बादी की कगार पर है।" एक अन्य किसान मोहम्मद सुल्तान ने भी ऐसी ही स्थिति बताई। उन्होंने कहा, "मेरे भी करीब चार बीघा खेत में धान की फसल थी, जो लगातार बारिश के कारण खेत में पानी भरने से सड़ने लगी है।" भूड़िया गांव के निवासी नारायण मंडल ने बताया, "हम छोटे किसान हैं और लगातार बारिश के कारण हमारा धान बर्बाद हो रहा है। हमारा पूरा परिवार इसी खेत पर निर्भर है।" ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन से मांग की है कि प्रभावित पंचायतों में फसलों का तत्काल सर्वे कराया जाए और किसानों को उचित मुआवजा दिया जाए ताकि उन्हें हुए नुकसान की भरपाई हो सके। भूड़िया महियामा पंचायत के किसान सदानंद मंडल ने बताया कि उनके खेतों में भी भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा, "मेरा लगभग साढ़े तीन बीघा धान बर्बाद होने की कगार पर है। मेरा परिवार इसी खेती पर निर्भर है। अगर मौसम जल्द नहीं सुधरा तो किसानों की आर्थिक स्थिति और बिगड़ जाएगी।"

Nov 2, 2025 - 12:12
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सन्हौला में बारिश से धान की फसल बर्बाद:पोठिया, भूड़िया महियामा सहित कई गांवों में खेत जलमग्न
भागलपुर के सन्हौला प्रखंड में लगातार दो दिनों से हो रही बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। पोठिया, भूड़िया महियामा, कमालपुर, श्रीचक और परियक जैसे कई गांवों में धान की फसल पर संकट गहरा गया है, क्योंकि खेतों में पानी भरने से फसलें बर्बाद होने लगी हैं। इन गांवों के खेतों में पानी भर जाने से किसानों की मेहनत बर्बाद हो रही है। खड़ी फसल के साथ-साथ कटाई के बाद खेतों में रखे धान के गट्ठर भी लगातार बारिश से भींगकर खराब हो रहे हैं। किसानों का कहना है कि यदि बारिश जारी रही तो अधिकांश धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो जाएगी। जिन किसानों ने कटाई कर ली थी, उनकी फसलें खेतों में पड़े-पड़े सड़ने लगी हैं। किसान मोहम्मद खुर्शीद आलम ने बताया कि उनका पूरा परिवार खेती पर निर्भर है। उन्होंने कहा, "लगातार बारिश ने हमारी मेहनत पर पानी फेर दिया है। मेरे लगभग चार बीघा खेत में लगी धान की फसल अब बर्बादी की कगार पर है।" एक अन्य किसान मोहम्मद सुल्तान ने भी ऐसी ही स्थिति बताई। उन्होंने कहा, "मेरे भी करीब चार बीघा खेत में धान की फसल थी, जो लगातार बारिश के कारण खेत में पानी भरने से सड़ने लगी है।" भूड़िया गांव के निवासी नारायण मंडल ने बताया, "हम छोटे किसान हैं और लगातार बारिश के कारण हमारा धान बर्बाद हो रहा है। हमारा पूरा परिवार इसी खेत पर निर्भर है।" ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन से मांग की है कि प्रभावित पंचायतों में फसलों का तत्काल सर्वे कराया जाए और किसानों को उचित मुआवजा दिया जाए ताकि उन्हें हुए नुकसान की भरपाई हो सके। भूड़िया महियामा पंचायत के किसान सदानंद मंडल ने बताया कि उनके खेतों में भी भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा, "मेरा लगभग साढ़े तीन बीघा धान बर्बाद होने की कगार पर है। मेरा परिवार इसी खेती पर निर्भर है। अगर मौसम जल्द नहीं सुधरा तो किसानों की आर्थिक स्थिति और बिगड़ जाएगी।"