पढ़ाई छोड़ बेटी पिता के लिए मांग रही वोट:रीतलाल की बेटी बोली, राजनीति पसंद नहीं, बुरे वक्त में कर रही मदद; पापा का जीतना जरूरी

बिहार विधानसभा चुनाव में दानापुर विधानसभा में एक तरफ पूर्व सांसद रामकृपाल यादव हैं तो दूसरी तरफ आरजेडी के वर्तमान विधायक रीतलाल यादव चुनावी मैदान में है। रीतलाल यादव फिलहाल अपराध के मामले में जेल में हैं पर उनकी, 16 साल की बेटी श्वेता सिन्हा विधानसभा में घूमकर वोट मांग रही हैं। वो अभी 11वीं में पढ़ती हैं, चुनावी प्रचार के कारण अभी पढ़ाई नहीं कर पा रहीं। रीतलाल की बेटी के साथ महिलाएं और समर्थक साथ रहते हैं। वोट मांगने और प्रचार का तरीका भी समझा रहे हैं। श्वेता कहतीं हैं कि 'मुझे राजनीति बिल्कुल पसंद नहीं है। जिंदगी में कभी भी राजनीति में नहीं आऊंगी। आज पिता बुरे वक्त से गुजर रहे हैं, पिता की मदद के लिए लोगों के बीच जा रही हूं। पिता को विरोधियों ने फंसाया है। उन्हें न्याय दिलाने के लिए सड़क पर उतरी हूं।' भास्कर से बातचीत में रीतलाल की बेटी ने और क्या-क्या कहा, पढ़िए... सवाल: अपने पिता के जगह आप चुनावी मैदान में हैं। लोगों के पास जातीं हैं तो उनसे क्या कह रही हैं ? जवाब: मैं जनता से यहीं बोलती हूं कि हमें न्याय दिलाए। मेरे पापा को साजिश के तहत जेल में डाल दिया गया है। सवाल: आपको ऐसा क्यों लगता हैं कि उन्हें साजिश के तहत डाला गया है और कौन ये साजिश कर सकता है ? जवाब: मेरे पापा के खिलाफ विरोधी लोगों ने साजिश रची है। सवाल: आपके पिता जेल में है तो क्या आपको लगता हैं कि जानता उन्हें चुनेगी और वो जीतेंगे ? जवाब: जरूर जीतेंगे। अभी भी मेरे साथ बड़ी संख्या में आम जनता मौजूद हैं। पापा इस बार भारी से भारी मतों से चुनाव जीतेंगे। सवाल: आपके पापा ने आपको टिप्स दिए हैं कि चुनाव का प्रचार-प्रसार कैसे करना है? जवाब: पापा मुझे कभी नहीं बोले कि तुमको पॉलिटिक्स में आना है। मैं पॉलिटिक्स में कभी नहीं जाऊंगी। पापा घर में नहीं हैं तो उनका साथ देने के लिए जनता के बीच में वोट की अपील करने जा रही हूं। सवाल: कैसे मिलेगी आपके पापा को न्याय, आपको क्या लगता है? जवाब: जनता उन्हें भारी मतों से विजय बनाकर न्याय दिलाएगी। बस मेरे पापा को जल्द से जेल से छुड़ाकर जनता वापस ले आए। सवाल: आप किस क्लॉस में पढ़ाई करती है ? जवाब: मैं अभी 11वीं में पढ़ती हूं। सवाल: आप 11वीं में हैं तो चुनाव-प्रचार में पढ़ाई कैसे कर पा रही है? जवाब: मेरे ख्याल से पापा से ज्यादा जरूरी दुनिया में कुछ होता नहीं है। चुनाव जितना पापा के लिए जरूरी है। अगर वो चुनाव नहीं जीते तो लोग और भी गंदे तरीके से उन्हें जेल में फंसाकर डाल देंगे। मुझे डर हैं कि मेरे परिवार के साथ कुछ भी हो सकता है। सवाल: आपको क्यों लगता हैं कि आपके पिता सही हैं, जबकि कई मामलों में वह नामजद है? जवाब: मुझे नहीं पता कि मेरे पिता का नाम किसी मामले में दर्ज है। ये सब विरोधी का काम हैं। ये अभी से नहीं पिछले 8 महीने पहले से ये कर रहे है। सवाल: आप अपने पिता को कितना मिस करती है? जवाब: बहुत ज्यादा, कोई भी बेटा-बेटी के पिता उसके साथ नहीं रहते हैं तो वह मिस करता ही है। सवाल: आप अपने पिता के बारे में बताए कि वो कैसे इंसान है ? जवाब: मेरे पापा बहुत अच्छे इंसान है। किसी के बोलने से कुछ नहीं होता। वो हमारे साथ रहते है सबको एक बराबर प्यार करते है। मेरे पापा राजनीति में जनता की सेवा करने के लिए आए हैं। सवाल: आपके पिता राजद से चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन राजद से अब तक तेजस्वी यादव यहां प्रचार करने नहीं आए है? जवाब: वो भी आएंगे। मीसा दीदी प्रचार प्रसार के लिए आईं थीं। सवाल: अगर वो जेल से बाहर नहीं आते हैं तो विधायकी कौन संभालेगा ? जवाब: पापा संभालेंगे। जनता न्याय करेगी। पापा जीतेंगे और जल्द से जल्द जेल से बाहर आएंगे। 50 लाख रुपए रंगदारी मांगने का है आरोप रीतलाल यादव ने 17 अप्रैल 2025 को दानापुर कोर्ट में आत्मसमर्पण किया था, जिसके बाद उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल भेजा गया था। विधायक पर बिल्डर कुमार गौरव से 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगने और धमकी देने का आरोप है। इस संबंध में खगौल थाना क्षेत्र में FIR दर्ज की गई थी। करीब दो महीने पहले सुरक्षा दृष्टिकोण से राजद विधायक को पटना के बेऊर जेल से भागलपुर के विशेष केंद्रीय कारा में शिफ्ट किया गया था। रीतलाल यादव को हाई सिक्योरिटी वाले तृतीय खंड के T-सेल में रखा गया है।

Nov 2, 2025 - 12:12
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पढ़ाई छोड़ बेटी पिता के लिए मांग रही वोट:रीतलाल की बेटी बोली, राजनीति पसंद नहीं, बुरे वक्त में कर रही मदद; पापा का जीतना जरूरी
बिहार विधानसभा चुनाव में दानापुर विधानसभा में एक तरफ पूर्व सांसद रामकृपाल यादव हैं तो दूसरी तरफ आरजेडी के वर्तमान विधायक रीतलाल यादव चुनावी मैदान में है। रीतलाल यादव फिलहाल अपराध के मामले में जेल में हैं पर उनकी, 16 साल की बेटी श्वेता सिन्हा विधानसभा में घूमकर वोट मांग रही हैं। वो अभी 11वीं में पढ़ती हैं, चुनावी प्रचार के कारण अभी पढ़ाई नहीं कर पा रहीं। रीतलाल की बेटी के साथ महिलाएं और समर्थक साथ रहते हैं। वोट मांगने और प्रचार का तरीका भी समझा रहे हैं। श्वेता कहतीं हैं कि 'मुझे राजनीति बिल्कुल पसंद नहीं है। जिंदगी में कभी भी राजनीति में नहीं आऊंगी। आज पिता बुरे वक्त से गुजर रहे हैं, पिता की मदद के लिए लोगों के बीच जा रही हूं। पिता को विरोधियों ने फंसाया है। उन्हें न्याय दिलाने के लिए सड़क पर उतरी हूं।' भास्कर से बातचीत में रीतलाल की बेटी ने और क्या-क्या कहा, पढ़िए... सवाल: अपने पिता के जगह आप चुनावी मैदान में हैं। लोगों के पास जातीं हैं तो उनसे क्या कह रही हैं ? जवाब: मैं जनता से यहीं बोलती हूं कि हमें न्याय दिलाए। मेरे पापा को साजिश के तहत जेल में डाल दिया गया है। सवाल: आपको ऐसा क्यों लगता हैं कि उन्हें साजिश के तहत डाला गया है और कौन ये साजिश कर सकता है ? जवाब: मेरे पापा के खिलाफ विरोधी लोगों ने साजिश रची है। सवाल: आपके पिता जेल में है तो क्या आपको लगता हैं कि जानता उन्हें चुनेगी और वो जीतेंगे ? जवाब: जरूर जीतेंगे। अभी भी मेरे साथ बड़ी संख्या में आम जनता मौजूद हैं। पापा इस बार भारी से भारी मतों से चुनाव जीतेंगे। सवाल: आपके पापा ने आपको टिप्स दिए हैं कि चुनाव का प्रचार-प्रसार कैसे करना है? जवाब: पापा मुझे कभी नहीं बोले कि तुमको पॉलिटिक्स में आना है। मैं पॉलिटिक्स में कभी नहीं जाऊंगी। पापा घर में नहीं हैं तो उनका साथ देने के लिए जनता के बीच में वोट की अपील करने जा रही हूं। सवाल: कैसे मिलेगी आपके पापा को न्याय, आपको क्या लगता है? जवाब: जनता उन्हें भारी मतों से विजय बनाकर न्याय दिलाएगी। बस मेरे पापा को जल्द से जेल से छुड़ाकर जनता वापस ले आए। सवाल: आप किस क्लॉस में पढ़ाई करती है ? जवाब: मैं अभी 11वीं में पढ़ती हूं। सवाल: आप 11वीं में हैं तो चुनाव-प्रचार में पढ़ाई कैसे कर पा रही है? जवाब: मेरे ख्याल से पापा से ज्यादा जरूरी दुनिया में कुछ होता नहीं है। चुनाव जितना पापा के लिए जरूरी है। अगर वो चुनाव नहीं जीते तो लोग और भी गंदे तरीके से उन्हें जेल में फंसाकर डाल देंगे। मुझे डर हैं कि मेरे परिवार के साथ कुछ भी हो सकता है। सवाल: आपको क्यों लगता हैं कि आपके पिता सही हैं, जबकि कई मामलों में वह नामजद है? जवाब: मुझे नहीं पता कि मेरे पिता का नाम किसी मामले में दर्ज है। ये सब विरोधी का काम हैं। ये अभी से नहीं पिछले 8 महीने पहले से ये कर रहे है। सवाल: आप अपने पिता को कितना मिस करती है? जवाब: बहुत ज्यादा, कोई भी बेटा-बेटी के पिता उसके साथ नहीं रहते हैं तो वह मिस करता ही है। सवाल: आप अपने पिता के बारे में बताए कि वो कैसे इंसान है ? जवाब: मेरे पापा बहुत अच्छे इंसान है। किसी के बोलने से कुछ नहीं होता। वो हमारे साथ रहते है सबको एक बराबर प्यार करते है। मेरे पापा राजनीति में जनता की सेवा करने के लिए आए हैं। सवाल: आपके पिता राजद से चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन राजद से अब तक तेजस्वी यादव यहां प्रचार करने नहीं आए है? जवाब: वो भी आएंगे। मीसा दीदी प्रचार प्रसार के लिए आईं थीं। सवाल: अगर वो जेल से बाहर नहीं आते हैं तो विधायकी कौन संभालेगा ? जवाब: पापा संभालेंगे। जनता न्याय करेगी। पापा जीतेंगे और जल्द से जल्द जेल से बाहर आएंगे। 50 लाख रुपए रंगदारी मांगने का है आरोप रीतलाल यादव ने 17 अप्रैल 2025 को दानापुर कोर्ट में आत्मसमर्पण किया था, जिसके बाद उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल भेजा गया था। विधायक पर बिल्डर कुमार गौरव से 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगने और धमकी देने का आरोप है। इस संबंध में खगौल थाना क्षेत्र में FIR दर्ज की गई थी। करीब दो महीने पहले सुरक्षा दृष्टिकोण से राजद विधायक को पटना के बेऊर जेल से भागलपुर के विशेष केंद्रीय कारा में शिफ्ट किया गया था। रीतलाल यादव को हाई सिक्योरिटी वाले तृतीय खंड के T-सेल में रखा गया है।